जम्मू-कश्मीर : नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने दावा किया कि कांग्रेस-एनसी गठबंधन जम्मू-कश्मीर में बहुमत के साथ सत्ता में आएगा। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) इसमें शामिल होने के लिए तैयार है। हालांकि, ये सवाल बना हुआ है कि महबूबा मुफ़्ती की पार्टी पीडीपी किसका समर्थन करेगी। हालांकि, पीडीपी को लेकर कई चरह की चर्चा है। इन सबके बीच कल होने वाली मतगणना से पहले पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी और मीडिया सलाहकार इल्तिजा मुफ्ती ने बड़ी बात कही है।इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि मुझे रिकॉर्ड सीधे रखने दीजिए। नतीजे आने के बाद ही पीडीपी का वरिष्ठ नेतृत्व धर्मनिरपेक्ष मोर्चे को समर्थन देने पर फैसला करेगा। यह हमारा आधिकारिक रुख है। इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर हमें जरूरत नहीं भी पड़ी तब भी हम (पीडीपी का) साथ लेंगे क्योंकि हमें इकट्ठे चलना है। इस रियासत को बचाने लिए सबको कोशिश करनी है। मैं उनका(महबूबा मुफ़्ती) दिल से शुक्रिया करता हूं। हम लोग इकट्ठे रियासत को बनाने की कोशिश करेंगे।
इससे पहले श्रीनगर के लाल चौक विधानसभा क्षेत्र से पीडीपी के उम्मीदवार जुहैव युसूफ मीर ने संकेत दिए थे कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए उनकी पार्टी कांग्रेस-नेकां गठबंधन में शामिल हो सकती है और यह भी कहा था कि वह कश्मीर की पहचान को बचाने के लिए इकट्ठे हो सकते हैं कि जहां तक एग्जिट पोल का संबंध है तो वह गंभीर नहीं है, यह एक टाइम पास गतिविधि है। बीजेपी के साथ जाने की खबरों पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उनकी पार्टी सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कोई गठबंधन नहीं करेगी।