यमुनानगर : कपाल मोचन मेले में बाबा बंसीवाले का भंडारा हमेशा आकर्षण का केंद्र बनता है, जो मेला क्षेत्र में हर साल 12 वर्षों से क्षत्रिय धर्मशाला में आयोजित किया जा रहा है। सोमवार को मेले के पहले दिन से भंडारा प्रारंभ हो गया है, जो 15 नवंबर तक चलेगा।इस भंडारे में हर रोज लाखों श्रद्धालु भोजन ग्रहण करेंगे, जिसके लिए हरियाणा और यूपी के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 40 हलवाई बुलाए गए हैं। इनके साथ 60 से 100 सेवादार भी पांच दिन तक दिन-रात सेवा में रहेंगे। भंडारा आयोजन समिति ने इस वर्ष रोटियां और पूरी बनाने के लिए एक नई मशीन मंगवाई है, जो प्रति घंटे लगभग पांच हजार रोटियां और पूरी बनाएगी।समिति के कानूनी सलाहकार विनेश गर्ग के अनुसार, भंडारे में दाल, कढ़ी, सब्जी, चावल, पूरी, रोटी, चाय, हलवा, बेसन की बर्फी और अन्य मिठाइयां तैयार की जाएंगी। इसके लिए धर्मशाला में सेवादारों ने सैकड़ों कढ़ाई, पतीले और बर्तनों के साथ-साथ भारी मात्रा में राशन और ईंधन जैसे लकड़ी, एलपीजी सिलेंडर और डीजल भट्टी की व्यवस्था की है। भंडारे में हर दिन बेसन, चावल, आटा, दूध, सूजी, घी, रिफाइंड, आलू, दाल, छोले और अन्य सामग्री की खपत होगी।इस पांच दिन के मेले में रोजाना सुबह 7 से 9 बजे तक चाय और ब्रेड पकौड़े का वितरण होगा, और सुबह 9 बजे से रात 11 बजे तक कढ़ी-चावल, दाल-चावल, पूरी-छोले, पूरी-आलू, मिक्स सब्जी, रोटी का प्रसाद उपलब्ध होगा। साथ ही बेसन की बर्फी, गुलाब जामुन और अन्य मिठाईयों की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा चाट, टिक्की और जलजीरा भी मिलेगा। यदि कोई श्रद्धालु रात 11 बजे के बाद भी आता है, तो उसके लिए भी भोजन की सेवा की जाएगी।