लखनऊ : प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि संगम घाट पर भारी भीड़ के चलते स्थगित किए गए पारंपरिक स्नान अनुष्ठान अब भीड़ के घटने के बाद संपन्न किए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना के बाद लखनऊ में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और महाकुंभ की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।महंत पुरी ने कहा कि अब भीड़ का दबाव कम हो रहा है और मेला प्रशासन से बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि जैसे ही स्थिति सामान्य होगी और प्रशासन से अनुमति मिलेगी, अखाड़ों के स्नान अनुष्ठान पूरे किए जाएंगे। पहले यह समझा गया था कि स्नान अनुष्ठान रद्द हो गए हैं, लेकिन पुरी ने स्पष्ट किया कि उन्हें केवल स्थगित किया गया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जिसमें मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव (गृह), एडीजी (कानून व्यवस्था), और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री लगातार महाकुंभ के अधिकारियों से संपर्क में हैं।परमार्थ आश्रम के चिदानंद सरस्वती मुनि जी ने भी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे भीड़ से बचें और अपने निकट के घाटों पर ही स्नान करें। भगदड़ की घटना के बावजूद मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार रहा। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बुधवार सुबह तक लगभग 2.78 करोड़ लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई। महाकुंभ की शुरुआत से अब तक कुल 19.94 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है।संतों ने इस बार पारंपरिक जुलूस के बिना ही संगम पर प्रतीकात्मक स्नान किया। जूना अखाड़े के प्रमुख महंत अवधेशानंद ने कहा कि भगदड़ के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सांकेतिक डुबकी लगाई गई। योग गुरु रामदेव और अन्य संतों ने भी देश की शांति और प्रगति के लिए प्रार्थना की।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य संतों ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और अपने नजदीकी घाटों पर ही स्नान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि संगम नोज की ओर जाने से बचें और मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।स्वामी रामभद्राचार्य ने भी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे अपने शिविरों में रहें और निकटतम घाटों पर ही स्नान करें। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि भारी भीड़ को देखते हुए उन्होंने सांकेतिक स्नान किया और राष्ट्र के कल्याण की कामना की।इस बीच मेला अधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया कि संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई, जिसमें कुछ लोग घायल हुए। हालांकि सभी की हालत सामान्य बताई गई है और इलाज जारी है।