महाराष्ट्र : कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने राज्य के निवासियों को उनकी मातृभाषा मराठी बोलने से रोकने के प्रयासों के खिलाफ एक सख्त नीति बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह बयान ठाणे जिले के डोंबिवली क्षेत्र में एक घटना के संदर्भ में था, जहां एक हाउसिंग सोसाइटी में कुछ गैर-मराठी निवासियों ने मराठी समुदाय के एक सांस्कृतिक कार्यक्रम (हल्दी कुमकुम) का विरोध किया था। सामंत ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हमें ऐसे मुद्दों को रोकने के लिए एक स्पष्ट नीति बनानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब हम दूसरे राज्यों के लोगों से बातचीत करते हैं, तो उनकी भाषाओं का सम्मान करते हैं, और वैसे ही अगर कोई हमें अपनी राज्य में मराठी बोलने या ‘हल्दी कुमकुम’ जैसी परंपराओं को आयोजित करने से रोकने की कोशिश करता है, तो इसे कड़ा कानूनी जवाब मिलना चाहिए। सामंत यह बातें पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज में आयोजित ‘विश्व मराठी सम्मेलन’ से पहले एक संवाददाता सम्मेलन में कह रहे थे।उन्होंने क्रिकेट कमेंट्री में मराठी के प्रयोग की कमी पर भी चिंता जताई, खासकर हॉटस्टार पर, जहां अन्य सभी भाषाओं में कमेंट्री हो रही है, लेकिन मराठी का उपयोग नहीं किया जा रहा है।