दिल्ली : पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जो फिलहाल जमानत पर हैं, यह समझते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव उनके लिए चुनौतीपूर्ण होंगे। इस कारण वे जनता से विभिन्न लोकलुभावन वादे कर रहे हैं और साथ ही भ्रम और अफवाहों का भी प्रचार कर रहे हैं। इसी संदर्भ में, उन्होंने हरियाणा पर यह आरोप लगाया कि वहां यमुना नदी में जहर मिलाया जा रहा है। इस पर हरियाणा की जनता ने विरोध प्रदर्शन किया और शिकायतें भी दर्ज की गईं। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने यमुना का पानी पीकर इसका जवाब दिया, लेकिन केजरीवाल ने माफी नहीं मांगी। चुनाव आयोग ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए केजरीवाल से यह सवाल किया कि उनके द्वारा लगाए गए आरोपों से क्या वैमनस्य बढ़ सकता है और क्यों इस पर कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर, केजरीवाल ने गांधी जी को श्रद्धांजलि देते हुए एक पोस्ट में लिखा कि बापू का जीवन हमें यह सिखाता है कि अन्याय करने वाला चाहे जितना ताकतवर हो, अगर आप सही रास्ते पर हैं तो उसका मुकाबला निडरता से करना चाहिए। हालांकि, सवाल यह उठता है कि केजरीवाल खुद इस रास्ते पर क्यों नहीं चल रहे? सत्ता में आते ही उन्होंने आम आदमी पार्टी के उद्देश्यों और सिद्धांतों को छोड़ दिया, और राजनीति बदलने के नाम पर खुद बदल गए। जिन नेताओं पर उन्होंने घोटालों के आरोप लगाए थे, उनके साथ अब वह गठबंधन कर रहे हैं।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे हाल ही में अन्ना हजारे से मिले थे और अन्ना ने उन्हें बताया कि केजरीवाल “इस दुनिया के सबसे बेईमान व्यक्ति” हैं। फडणवीस ने आरोप लगाया कि केजरीवाल बिना सोचे-समझे बोलते हैं और दिल्लीवासियों से झूठे वादे करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की समस्याएं जैसे सीवर, गंदा पानी और प्रदूषण, “आप सरकार के कुशासन” का परिणाम हैं।