यमुनानगर : में एक दंपति ने अपने बेटे को विदेश भेजने और वहां बंधक बनाए जाने के मामले में कार्रवाई न होने से दुखी होकर जिला सचिवालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया। जैसे ही उन्होंने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाने की कोशिश की, वहां मौजूद युवकों ने उन्हें रोक लिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और दंपति से बातचीत की। पुलिस के अनुसार, इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की जा रही है।थाना सदर यमुनानगर क्षेत्र के गांव पताशगढ़ निवासी कर्मवीर अपनी पत्नी के साथ सोमवार दोपहर को जिला सचिवालय पहुंचे। उनके पास ज्वलनशील पदार्थ था, जिसे उन्होंने खुद पर डाल लिया और आग लगाने लगे। तभी कुछ युवकों ने उन्हें देख लिया और तुरंत हस्तक्षेप कर उनके हाथ से केन और माचिस छीन ली, जिससे उनकी जान बच गई।इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कर्मवीर का कहना है कि उनके परिवार का एक सदस्य अपने दो साथियों के साथ मिलकर लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। आरोप है कि इन्हीं लोगों ने उनके बेटे प्रीत को थाईलैंड में नौकरी दिलाने का वादा किया था, लेकिन उसे लाओस भेज दिया गया, जहां उसे बंधक बना लिया गया और जबरन स्कैम करने को मजबूर किया गया।प्रीत ने किसी तरह परिवार को फोन कर अपनी स्थिति की जानकारी दी, जिसके बाद एजेंटों ने उसे छुड़ाने के बदले पैसों की मांग शुरू कर दी। मजबूर होकर परिवार ने घर के जेवर बेचकर राशि जुटाई और एजेंटों को दी, जिसके बाद उनका बेटा सुरक्षित लौट सका।इस घटना के बाद कर्मवीर ने सदर थाना यमुनानगर में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने एसपी कार्यालय में भी शिकायत दी, लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला। इसी से निराश होकर वे जिला सचिवालय पहुंचे थे।पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई है और सभी तथ्यों की गहनता से जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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