उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री के पास कुंभ मेले की समीक्षा के लिए समय नहीं था और इसकी जिम्मेदारी एक गैर-सनातनी व्यक्ति को सौंपी गई थी। विधानसभा में अपने भाषण के दौरान आदित्यनाथ ने कहा, “हमने आपकी तरह आस्था से खिलवाड़ नहीं किया। उस समय मुख्यमंत्री के पास आयोजन की देखरेख और समीक्षा का वक्त नहीं था, इसलिए उन्होंने कुंभ का प्रभार एक गैर-सनातनी को सौंप दिया था।”योगी आदित्यनाथ 2013 में आयोजित कुंभ मेले का जिक्र कर रहे थे, जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे और उन्होंने मोहम्मद आज़म खान को इस आयोजन का प्रभारी नियुक्त किया था। आदित्यनाथ ने कहा, “इसके विपरीत, मैं स्वयं कुंभ की समीक्षा करता रहा और अब भी कर रहा हूँ। यही कारण है कि 2013 में जो भी कुंभ गया, उसे अव्यवस्था, भ्रष्टाचार और प्रदूषण का सामना करना पड़ा। उस समय गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी का पानी स्नान के योग्य नहीं था। मॉरीशस के प्रधानमंत्री तक ने वहां स्नान करने से मना कर दिया था।”उन्होंने आगे कहा, “इस बार लगातार श्रद्धालु आ रहे हैं। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति भी वहां पहुंचे। भूटान के नरेश समेत विभिन्न देशों के प्रमुख भी इस आयोजन का हिस्सा बने। सभी ने इस कार्यक्रम को सराहा और इसे ऐतिहासिक रूप से सफल बनाया। पहली बार उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम, सभी दिशाओं से लोग इसमें शामिल हुए और इसे भव्य स्वरूप प्रदान किया।”
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