जगाधरी : पति की लंबी उम्र की कामना के लिए करवाचौथ का व्रत सुहागिनों ने सजना संग चांद का दीदार कर पूर्ण किया। दर्शन के साथ चांद को अर्घ्य दिया। उसके बाद पति के हाथों से जल ग्रहण कर नियमानुसार व्रत पूर्ण किया।चांद निकलते ही महिलाएं दीप व छलनी लेकर छतों पर पहुंच गई। शहर में कई स्थानों पर इस खुशी में पटाखें भी छोड़े गए। वहीं, पर्व के चलते दिन भर बाजारों में खूब रौनक रही। जहां शनिवार तक बाजार देर रात तक खुले रहे। वहीं, रविवार को दुकानें शाम को जल्दी बंद हो गईं। व्यापारी दुकानें बंद कर घर जाने की जल्दी में दिखे। इस दौरान दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी संचालकों ने दोपहर बाद छुट्टी दे दी, ताकि वे घर जाकर त्योहार मना सके।
व्यापारियों में भी त्योहार मनाने की होड़ दिखी, जिसके चलते छुट्टी होने के बावजूद कपड़े, सर्राफा, ब्यूटीपार्लर, कॉस्मेटिक, मनियारी इत्यादि की दुकानें जल्दी बंद हो गई। इस दौरान केवल खानपान की दुकानें, रेस्टोरेंट व होटल खुले रहे। करवा चौथ के लिए शहर के कई बड़े ढाबा व होटल संचालकों ने लोगों के लिए स्पेशल थाली का ऑफर रखा था। इस दौरान स्पेशल करवा चौथ थाली बाजार में 300 रुपये से मिली। त्योहार के कारण शहर में जाम की स्थिति बनी। जिससे लोगों को परेशानी भी हुई।इस दौरान शहीद भगत सिंह चौक, रेलवे स्टेशन रोड, न्यू मार्केट, मीराबाई बाजार, छोटी लाइन, मॉडल टाउन, आईटीआई, जगाधरी वर्कशॉप बाजार, कैंप, पुराना हमीदा, चांदपुर, गोबिंदपुरी रोड, प्यारा चौक, मधु चौक, छोटा मॉडल टाउन, जगाधरी छोटी लाइन, रेलवे रोड बाजार, पंसारी बाजार, पत्थरों वाला बाजार, देवीभवन मंदिर बाजार, खेड़ा बाजार, सिविल लाइन सहित शहर के तमाम स्थानों पर भीड़ रही। वहीं, शाम को टिक्की-चाट, गोल गप्पे, फास्ट फूड, आइसक्रीम पार्लर, ढाबों व होटलों में भी काफी भीड़ रही। लोगों ने परिवार के साथ बाहर डिनर किया और पलों को यादगार बनाया।
करवाचौथ पर सबसे पहले महिलाओं ने अमृत बेला स्नान कर सरगी ग्रहण किया। इस दौरान सास, जेठानी व घर की बड़ी महिलाओं द्वारा दी खाद्य सामग्री का सुहागिनों ने सेवन किया। इसके बाद सुबह महिलाएं सज धज कर मंदिर पहुंची। यहां उन्होंने भगवान शिव माता पार्वती के साथ भगवान गणेश की पूजा की। वहीं, दोपहर बाद महिलाओं ने करवा चौथ व्रत की कथा सुनी। इस दौरान शहर के कई स्थानों पर सामूहिक कथा कार्यक्रम करवाया गया। मॉडल टाउन, छोटा माडल, शास्त्री कॉलोनी, सेक्टर-17, सेक्टर-18 सहित तमाम स्थानों पर पार्क व किसी विशेष स्थान पर सामूहिक रूप से महिलाओं ने कथा सुनी। कथा सुनकर महिलाओं ने सास-ससुर, जेठ-जेठानी सहित घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया। इसके बाद रात को चांद के साथ सुहागिनों ने पति का चेहरा देखा और व्रत पूर्ण किया।
करवा चौथ व्रत चांद के दर्शन करके पूर्ण किया जाता है। ऐसे में महिलाएं बेसब्री से चांद का इंतजार करती हैं। रविवार को भी व्रतधारी महिलाएं दिन ढलने के साथ चांद का इंतजार करने लगी। इस दौरान चांद ने भी नखरे दिखाए। अन्य दिनों की अपेक्षा रविवार को चांद निकलने में देरी हुई। चांद निकलने के साथ महिलाएं पूजा की थाली, छलनी, जल इत्यादि सामग्री लेकर छत पर पहुंच गईं। महिलाओं ने चांद के दर्शन कर छलनी से पति का चेहरा देखा। पतियों ने पत्नियों को जल पिलाकर उनका व्रत पूर्ण करवाया। इस दौरान पतियों ने पत्नियों को उपहार दिया। अधिकांश लोग रात को घर से घूमने निकले, जिससे सड़कों पर रौनक देखने को मिली।