क्रिकेट : पाकिस्तान के पूर्व मुख्य चयनकर्ता इकबाल कासिम ने इंग्लैंड के खिलाफ मुल्तान में खेले गए पहले टेस्ट में हार के बाद पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज बाबर आजम को टीम से बाहर करने के फैसले पर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के शीर्ष खिलाड़ियों के साथ व्यवहार पर चिंता जाहिर की।क्रिकेट पाकिस्तान द्वारा इकबाल कासिम के हवाले से कहा गया, “हमारी सोच ऐसी बन गई है कि जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है, उसे कप्तान बना दिया जाता है, लेकिन जब उस पर बुरा समय आता है, तो उसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। हम बाबर आजम से शतक और अर्धशतक की उम्मीद कर चुके हैं। यहां तक कि उनकी खराब पारी भी 30-35 रन के आसपास होती है, जबकि अन्य बल्लेबाज उस तक पहुंचने में संघर्ष करते हैं। बाबर के लिए मानदंड इतने ऊंचे क्यों रखे गए हैं कि सिर्फ शतक बनाकर ही उन्हें टीम में जगह मिलेगी? क्या हर मैच में उन्हें 100 रन बनाने होंगे?”उन्होंने खिलाड़ियों के कठिन समय में समर्थन की जरूरत पर जोर दिया। इकबाल कासिम ने कहा, “हर महान खिलाड़ी, जैसे जहीर अब्बास, ने भी मुश्किल दौर का सामना किया है। ऐसे समय में हमें उनका समर्थन करना चाहिए और उनका आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए। बाबर आजम का स्तर इतना ऊंचा क्यों बना दिया गया है कि सिर्फ शतक से ही वे टीम में जगह बना सकते हैं? आप माजिद खान, इमरान खान या जावेद मियांदाद जैसे सुपरस्टार्स के बिना टीम नहीं बना सकते।”बाबर आजम के योगदान पर विस्तार से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मेरी व्यक्तिगत राय है कि बाबर ने कप्तान के रूप में अच्छी सेवा दी है। वह दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज रहे हैं और उनके भारत, इंग्लैंड और पाकिस्तान में असंख्य प्रशंसक हैं। उन्हें समर्थन की आवश्यकता थी। हमें उन्हें खेलाना चाहिए था, भले ही कप्तानी से हटा दिया गया हो। एक खिलाड़ी के रूप में वे टीम में जगह के हकदार हैं। अगर आप कहते हैं कि वे प्लेइंग इलेवन में स्थान के लायक नहीं हैं, तो यह अनुचित है।”गेंदबाजी आक्रमण पर चर्चा करते हुए इकबाल कासिम ने शाहीन अफरीदी और नसीम शाह की चुनौतियों को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि दोनों गेंदबाज थके हुए दिख रहे थे और उनकी गति में कमी आई थी, जिससे उन्हें विकेट लेने में परेशानी हो रही थी। उन्हें आराम देना सही फैसला था।