पंजाब : में इस वर्ष अब तक पराली जलाने की 1,638 घटनाएं हुई हैं, जो पिछले साल की इसी अवधि में रिपोर्ट की गई 1,946 घटनाओं की तुलना में 16 प्रतिशत कम हैं। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि यह गिरावट पंजाब सरकार और किसान समुदाय के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।उन्होंने बताया कि अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) मशीनों की उपलब्धता और नोडल अधिकारियों की नियुक्ति जैसी सरकार की पहलों के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। इस वर्ष किसानों को 13,616 सीआरएम मशीनें प्रदान की गई हैं, जिससे 2018 से अब तक कुल 1.43 लाख मशीनों का वितरण किया जा चुका है।मंत्री ने आगे बताया कि पराली जलाने की घटनाओं को रोकने और किसानों में जागरूकता बढ़ाने के लिए 8,000 से अधिक नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। हर साल अक्टूबर और नवंबर में धान की कटाई के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए अक्सर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है।