झारखंड : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को बयान दिया कि यह राज्य आदिवासी समुदाय का है और शासन भी वही करेंगे। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में कोई भी हिंदू खतरे में नहीं है, लेकिन विपक्षी पार्टी केवल हिंदू-मुसलमान के मुद्दे को बढ़ाकर यहां तनाव उत्पन्न करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पश्चिमी सिंहभूम जिले के छोटानागरा में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “हमने झारखंड को अलग राज्य बनाने की लड़ाई लड़ी थी और अपने अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए आगे भी संघर्ष करेंगे। झारखंड आदिवासियों का है, इसलिए यहां आदिवासी समुदाय का शासन होगा।”2011 की जनगणना के अनुसार, झारखंड की कुल जनसंख्या 32,988,134 है, जिनमें से 26.21 प्रतिशत यानी 8,645,042 लोग आदिवासी हैं। रघुबर दास को छोड़कर, 2000 में बने इस राज्य के सभी मुख्यमंत्री आदिवासी समुदाय से रहे हैं।सोरेन ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने जनता के सहयोग से अच्छे काम किए हैं और भविष्य में भी ऐसे ही काम करती रहेगी। उन्होंने आगे दावा किया, “भा.ज.पा. और केंद्रीय जांच एजेंसियों (सीबीआई और ईडी) का प्रयास मुझे डराने का है, मुझे झूठे आरोपों में फंसाकर जेल भेजने का था, लेकिन मैं झारखंड की माटी का बेटा हूं, न तो मैं डरता हूं और न कभी झुका हूं।”ईडी ने जनवरी में भूमि घोटाले से संबंधित धनशोधन मामले में सोरेन को गिरफ्तार किया था, हालांकि उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद वे जेल से बाहर आ गए थे। झारखंड में 81 विधानसभा सीटों के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।