कर्नाटक : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ (संशोधन विधेयक) पर संसद की संयुक्त समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के कर्नाटक दौरे पर गुरुवार को सवाल उठाया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोकसभा अध्यक्ष इस मामले पर ध्यान देंगे। ओवैसी का कहना है कि समिति के अध्यक्ष को पक्षपात नहीं करना चाहिए, क्योंकि समिति का काम सामूहिक रूप से करना होता है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि वक्फ विधेयक 2024 के संबंध में संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष हाल ही में कर्नाटक गए थे, जबकि समिति का कार्य क्षेत्र केवल विधेयक का अध्ययन करना है, न कि किसी प्रकार की जांच। ओवैसी ने यह भी कहा कि कर्नाटक में पहले ही समिति द्वारा परामर्श लिया जा चुका है। बेंगलुरु दक्षिण के भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, जगदंबिका पाल को गुरुवार को कर्नाटक के उत्तरी क्षेत्रों के किसानों से 500 से अधिक याचिकाएं प्राप्त हुईं, जिनमें आरोप लगाया गया है कि उनकी भूमि को वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है।