उत्तराखंड : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी भी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को उनका सही हक नहीं दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अपने पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी का अपमान किया था, जिसके कारण उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। धामी ने यह बयान रुद्रप्रयाग में 20 नवंबर को होने वाले केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की उम्मीदवार आशा नौटियाल के समर्थन में प्रचार करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद छह दशकों तक सत्ता में रहते हुए कभी भी अनुसूचित जाति और जनजाति को उच्च संवैधानिक पद पर आसीन करने का विचार नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, ‘‘जब नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभाला, तब रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू ने उच्चतम संवैधानिक पदों तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया।’’केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति और जनजाति के मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं का 20 प्रतिशत से अधिक है। वर्तमान में प्रदेश भाजपा महिला मोर्चे की अध्यक्ष आशा नौटियाल पहले भी दो बार विधायक रह चुकी हैं।