दिल्ली : में वायु प्रदूषण की स्थिति अब बेहद गंभीर हो चुकी है। कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के पार जा चुका है, जिससे शहर के लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। इस संकट पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है, और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है। थरूर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया कि नवंबर से जनवरी तक दिल्ली की स्थिति असहनीय हो जाती है, और बाकी महीनों में भी यहां रहना मुश्किल होता है। उनका आरोप है कि सरकार ने लंबे समय से इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया है।हालत यह है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है, और मंगलवार को AQI 488 दर्ज किया गया। यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधित समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए। प्रदूषण का असर यमुना नदी में भी देखा जा रहा है, जहां जहरीले झाग की मोटी परतें दिखाई दे रही हैं। इस संकट को देखते हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने 22 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। वहीं, गुरुग्राम में 12वीं कक्षा तक की भौतिक कक्षाएं भी 23 नवंबर तक स्थगित कर दी गई हैं।दिल्ली में इस बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने भी अदालत परिसर में मास्क पहनने और स्वास्थ्य संबंधी उपायों को सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं।