उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी महाकुंभ की तैयारियों को लेकर सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया और कहा कि यह महाकुंभ न केवल स्वच्छता के मामले में नए मानक स्थापित करेगा, बल्कि इसे ‘डिजिटल कुंभ’ के रूप में भी प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें तकनीकी नवाचारों का इस्तेमाल किया जाएगा। यह महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में आयोजित किया जाएगा, और इसके लिए सरकार विभिन्न स्तरों पर व्यापक तैयारियों में जुटी है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक मीडिया कार्यक्रम में भाग लेते हुए संविधान दिवस की बधाई दी और इस अवसर पर कहा कि भारत का संविधान संवाद के सिद्धांत पर आधारित है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह महाकुंभ भारत की सनातन धर्म की परंपरा, विरासत और विकास को नई दिशा देगा। इस बार महाकुंभ में 35 से 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।योगी ने बताया कि कुंभ के क्षेत्रफल को बढ़ाया गया है। 2019 के कुंभ में क्षेत्रफल 3200 हेक्टेयर था, जबकि 2025 में यह बढ़कर 4000 हेक्टेयर हो जाएगा। इस विशाल क्षेत्र को 25 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। इसके अलावा, संगम तट तक पहुंचने के लिए यात्रा की दूरी को कम करने के लिए सरकार विशेष इंतजाम कर रही है, और 1850 हेक्टेयर क्षेत्र में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। संगम तट से 2 से 5 किलोमीटर के दायरे में इन पार्किंग स्थलों की पहचान की गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि महाकुंभ क्षेत्र में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, और 1.5 लाख शौचालय बनाए जा रहे हैं।