उत्तर प्रदेश : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने संभल जाने से रोकने पर विरोध स्वरूप लखनऊ में धरने पर बैठने का निर्णय लिया। पुलिस और पीएसी के जवान उन्हें उठाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए हंगामा कर रहे हैं। अजय राय प्रयास कर रहे हैं कि वह संभल जा सकें, और उनके साथ कई अन्य कांग्रेस नेता भी वहां जाने के लिए पहुंचे थे। पुलिस ने उन्हें पार्टी कार्यालय के गेट पर ही रोक लिया। इस दौरान कार्यकर्ता पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रहे थे, और पुलिस के अलावा दो पीएसी की गाड़ियाँ भी मौके पर मौजूद थीं।अजय राय ने संभल जाने से पहले पार्टी कार्यालय पर स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। इसके बाद वह संभल जाने के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया। बता दें कि संभल प्रशासन ने दस दिसंबर तक जिले में किसी को भी प्रवेश करने पर रोक लगा रखी है। इससे पहले भी सपा के कई नेता जैसे प्रदेश अध्यक्ष और विधायक इकरा हसन सहित कुछ सांसदों को संभल जाने से रोक लिया गया था।इस बीच, सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने आरोप लगाया कि संभल में हुई घटना एक सुनियोजित योजना के तहत की गई है। उन्होंने कहा कि सपा को सरकार द्वारा गठित न्यायिक टीम पर विश्वास नहीं है और जांच उच्च न्यायाधीशों की निगरानी में होनी चाहिए। शिवपाल यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मुस्लिम समाज को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है और प्रदेश में केवल झूठ बोला जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश में विकास करने में नाकाम रही है और केवल दंगे कराने का काम कर रही है। इसके अलावा, सरकार में भ्रष्टाचार और बेईमानी चरम सीमा पर है, और इस पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार महंगी बिजली और किसानों को खाद की समस्या का समाधान करने में विफल रही है। कई जिलों में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ था और गन्ने के दाम में कोई वृद्धि नहीं की गई है। प्रदेश की जनता सरकार से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है, और सपा ही भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़ी है।