महाराष्ट्र : में नई महायुति सरकार में शामिल न किए जाने से नाराज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। भुजबल ने मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि उन्होंने राज्य के राजनीतिक और सामाजिक हालात पर मुख्यमंत्री के साथ विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री के मुंबई स्थित ‘सागर’ बंगले में करीब आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में भुजबल के साथ उनके भतीजे समीर भुजबल भी मौजूद थे।भुजबल ने कहा, “फडणवीस ने मुझे बताया कि विधानसभा चुनाव में महायुति की शानदार जीत में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, और वह इस बात का ध्यान रखेंगे कि ओबीसी समुदाय के हितों पर कोई असर न पड़े।” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने ओबीसी से जुड़े मुद्दों पर विचार करने के लिए कुछ समय मांगा है। भुजबल ने यह भी बताया कि फडणवीस ने 10-12 दिनों में कोई निर्णय लेने की बात की है।ओबीसी नेता मराठा समुदाय को ओबीसी (कुनबी) श्रेणी में आरक्षण देने की कार्यकर्ता मनोज जरांगे की मांग का विरोध कर रहे हैं, और भुजबल भी इस मांग के खिलाफ हैं। जब भुजबल से पूछा गया कि क्या वह भाजपा में शामिल होने का विचार कर रहे हैं, तो उन्होंने इस सवाल का विस्तार से जवाब नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि मंत्रीमंडल विस्तार में उनकी उपेक्षा के मुद्दे पर वह अपनी राय पहले ही व्यक्त कर चुके हैं।महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से आए ओबीसी संगठनों के कुछ प्रतिनिधियों ने रविवार को भुजबल से मुलाकात की थी। नासिक जिले की येवला विधानसभा सीट से चुने गए राकांपा नेता ने शनिवार को राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाग नहीं लिया था, और पहले दिन नासिक चले गए थे। इससे एक दिन पहले ही महायुति के 39 विधायकों ने नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ली थी।