पंजाब : एचएमपीवी संक्रमण के कुछ मामलों के सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने मंगलवार को देश में श्वसन संबंधित बीमारियों के प्रकोप की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में संभावित संक्रमण की रोकथाम के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की चर्चा की गई और राज्यों को जागरूकता बढ़ाने के लिए निवारक उपायों पर ध्यान देने की सलाह दी गई। सोमवार को भारत के विभिन्न हिस्सों से पांच ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आए। केंद्र और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से घबराने की अपील करते हुए कहा कि यह वायरस न तो नया है और न ही इससे बड़े पैमाने पर बीमारी फैलने की संभावना है। कई राज्यों ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को मजबूत करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। केंद्र की सलाह के बाद ओडिशा ने मंगलवार को विभिन्न स्थानों पर परीक्षण शुरू किया। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की स्वास्थ्य तैयारियों पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करेगी। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने एएनआई से कहा कि राज्य में अभी तक एचएमपीवी का कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक हल्का वायरस है जो गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता है और यह कोविड जैसे संक्रमण से भिन्न है। घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हमारे अस्पताल, बिस्तर और आपातकालीन सुविधाएं पूरी तरह से तैयार हैं। कोविड नया वायरस था, जबकि यह पुराना वायरस है। खांसी और सर्दी से पीड़ित लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।