दिल्ली : में पूर्वांचलियों को लेकर जारी राजनीतिक विवाद में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी भी सक्रिय हो गई है। उनकी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया है। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि केजरीवाल का चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर दिया गया बयान उनकी हताशा को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि केजरीवाल को अपनी हार का एहसास हो गया है। दिल्ली देश की राजधानी है, न कि किसी की व्यक्तिगत संपत्ति। जदयू नेता ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग दिल्ली में सम्मान के साथ रहते हैं, लेकिन केजरीवाल उनके सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं। उनका यह रवैया चुनाव में उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कोरोना महामारी के दौरान केजरीवाल ने जिस तरह बिहार और यूपी के लोगों को बॉर्डर पार जाने के लिए मजबूर किया था, वह उनकी नीयत पर सवाल उठाता है। हाल ही में दिए गए उनके बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि उन्हें पूर्वांचल के लोगों से कोई फर्क नहीं पड़ता। उनकी राजनीति में दोहरे मापदंड स्पष्ट हैं – एक जनता को दिखाने के लिए और दूसरा अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए। उनका मुख्य उद्देश्य सत्ता में बने रहना और उसका लाभ उठाना लगता है। जनता उनका यह दोहरा चरित्र पहचान चुकी है, और इसका असर चुनावों में जरूर दिखेगा।बिहार के मंत्री और जदयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के प्रति रवैया हमेशा नकारात्मक रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोग अक्सर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों पर आलोचना करते हैं, जो गलत है। भारत में हम कहीं भी जा सकते हैं, कहीं भी रह सकते हैं और काम कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा इंजीनियर, आईएएस और डॉक्टर बिहार से हैं। अशोक चौधरी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों की सफलता से जलते हैं।