दिल्ली : में चुनावी माहौल के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की अगुवाई में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला। मुलाकात के बाद बांसुरी स्वराज के साथ उन्होंने चुनाव आयोग से यह आग्रह किया कि वे उन्हें कुछ दस्तावेज़ दिखाएं, जिनसे पता चलता है कि आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली का जनादेश चुराने की कोशिश कर रही है, धार्मिक कट्टरता फैलाने की साजिश कर रही है, और गरीबों, मजदूरों तथा पूर्वांचलियों के वोटों को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है। वीरेंद्र सचदेवा ने सवाल उठाया कि कैसे इन वोटों को काटने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर को मतदाता सूची को फ्रीज किया गया था, लेकिन 23 दिसंबर से लेकर 6 जनवरी तक, 12-13 दिनों के भीतर दिल्ली में 5.01 लाख नए वोटर आवेदन आए। इनमें से अधिकांश आवेदन 70-80 वर्ष की उम्र के हैं। इसलिए, उन्होंने चुनाव आयोग से सवाल किया कि ये लोग कहां से आए हैं और इसकी जांच होनी चाहिए।भा.ज.पा. सांसद बांसुरी स्वराज ने संजय सिंह को याद दिलाया कि वे शराब घोटाले के प्रमाण की मांग कर रहे थे, जबकि दिल्ली उच्च न्यायालय ने यह पाया कि आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने 90-100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी, जो गोवा चुनाव में आम आदमी पार्टी की गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया गया था।इससे पहले, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि निर्वाचन आयोग ने पार्टी नेता अवध ओझा का नाम ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की मतदाता सूची में स्थानांतरित करने की अनुमति दे दी है, जिसके बाद वह पटपड़गंज विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे। केजरीवाल ने बताया कि, “अच्छी खबर यह है कि अवध ओझा का वोट स्थानांतरित कर दिया गया है और आयोग ने इसका आदेश जारी कर दिया है, जिससे वे अब नामांकन दाखिल कर सकेंगे।”
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