केरल स्थित करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक पर आरोप है कि उसने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जिला समिति के सदस्यों के निर्देश पर बेनामी ऋण वितरित किए और इसके बदले में लाभार्थियों से चंदा प्राप्त किया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को बताया कि धन शोधन के इस मामले में जांच के दौरान 10.98 करोड़ रुपये की अतिरिक्त संपत्ति कुर्क की गई है।ईडी के अनुसार, कुर्क की गई संपत्तियों में केरल में स्थित भूमि, भवन सहित कुल 24 अचल संपत्तियां और 50.53 लाख रुपये मूल्य की बैंक जमा राशि शामिल हैं। यह मामला जुलाई 2021 में केरल पुलिस की अपराध शाखा द्वारा दर्ज 16 प्राथमिकियों पर आधारित है, जिसमें बैंक में 150 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितताओं के आरोप शामिल हैं।ईडी ने दावा किया है कि सहकारी बैंक के शासी निकाय को माकपा के जिला समिति के सदस्यों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था और उनके निर्देश पर ही बेनामी ऋण वितरित किए गए। बदले में, माकपा ने शासी निकाय के माध्यम से लाभार्थियों से चंदे के रूप में धन प्राप्त किया।गौरतलब है कि माकपा ने पहले इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वे इन दावों का कानूनी और राजनीतिक रूप से सामना करेंगे। फिलहाल इस मामले में पार्टी की ओर से कोई ताजा प्रतिक्रिया नहीं आई है।