उत्तर प्रदेश : गाजियाबाद पुलिस ने बुधवार को 25 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया, जिसने खुद को उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष बताकर राज्य के विभिन्न जिलों के अधिकारियों से सुरक्षा की मांग की थी। पुलिस ने इस बारे में जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान मुरादाबाद के कांठ रोड निवासी अनस मलिक के रूप में हुई है। उसने बताया कि आठ नवंबर को दो दिवसीय कार्यक्रम के सिलसिले में मुरादाबाद, गाजियाबाद, अमरोहा और नोएडा के जिलाधिकारियों को ‘‘आधिकारिक’’ पत्र भेजकर सुरक्षा की मांग की थी, जिसमें उसने खुद को आयोग का अध्यक्ष बताया था। पत्रों पर संदेह उत्पन्न होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और पाया कि मलिक का आयोग से कोई संबंध नहीं था। अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) सच्चिदानंद ने मलिक की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी ने अधिकारियों को धोखा देने के लिए खुद को फर्जी तरीके से आयोग का अध्यक्ष बताया था। पूछताछ में मलिक ने खुलासा किया कि उसने सिर्फ 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और वह एक चालक के तौर पर काम करता था।