उत्तर प्रदेश : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान व्यवस्थाओं को लेकर योगी सरकार पर आलोचना की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कुंभ में लापता व्यक्तियों का मुद्दा। यह सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए, ताकि लोग अपने खोए हुए परिजनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। अखिलेश ने यह भी कहा कि कई लोग अब भी वहां सड़कों पर फंसे हुए हैं। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत सरकार की भी जिम्मेदारी है।अखिलेश ने आगे यह सवाल भी उठाया कि महाकुंभ के आयोजन पर कितना खर्च हुआ है और सरकार इससे कितना राजस्व प्राप्त करने का दावा कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार यह दावा कर रही है कि महाकुंभ से 2 लाख करोड़ रुपये का राजस्व आएगा। इस पर सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या महाकुंभ का आयोजन व्यापारिक लाभ के लिए किया गया था?महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं को विभिन्न स्थानों पर बैरिकेड्स और जाम के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हादसे में कम से कम 30 श्रद्धालुओं की मौत पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक परंपरा का पर्व बताया और इस अवसर पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दुख व्यक्त किया।इस घटना में 30 लोग मारे गए थे और 60 लोग घायल हो गए थे। राष्ट्रपति ने महाकुंभ के दौरान हुए हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह घायलों की जल्दी से ठीक होने की कामना करती हैं। साथ ही, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका निधन 26 दिसंबर को हुआ था।
