उत्तर प्रदेश : संभल में हो रही खुदाई के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसा। यादव ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि चूंकि खुदाई का काम चल रहा है, तो उन्हें लगता है कि मुख्यमंत्री आवास में भी एक शिवलिंग होगा। उनका मानना है कि वहां शिवलिंग जरूर होगा, और इसको लेकर हमें खुदाई की तैयारी करनी चाहिए। यह बयान उस समय आया है जब संभल में ऐतिहासिक संरचनाओं की खोज के लिए खुदाई की जा रही है।चंदौसी के लक्ष्मण गंज इलाके में, अतिक्रमण हटाने के दौरान 125-150 साल पुरानी और 400 वर्ग मीटर में फैली बावड़ी की खोज की गई थी। यह खोज 13 दिसंबर को भस्म शंकर मंदिर के फिर से खुलने के कुछ दिनों बाद सामने आई, जो 46 सालों से बंद था। इस बावड़ी के पास एक मंदिर का कुआं भी था, जिसमें दो क्षतिग्रस्त मूर्तियां मिलीं। इस प्रकार की खोजों ने क्षेत्र की ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर को फिर से चर्चा में ला दिया है।उत्तर प्रदेश के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे सिर्फ अपने वोट बैंक को साधने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। उनका मुस्लिम वोट बैंक खतरे में पड़ सकता है, इसीलिए वे ऐसे विवादास्पद बयान दे रहे हैं। राजभर ने यह भी सवाल उठाया कि अगर यह बात उन्हें पहले से पता थी तो जब वे मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने क्यों खुदाई नहीं करवाई? उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी केवल मुस्लिम वोटों पर निर्भर है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (NDA) काम भी कर रही है और वोट भी नहीं मांग रही।भा.ज.पा. के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि समाजवादी पार्टी का डीएनए हिंदू विरोधी है, जो राम भक्तों की हत्या का जश्न मनाने से लेकर सनातन धर्म का अपमान करने तक कई बार साबित हुआ है। अब उन्होंने कहा है कि यूपी मुख्यमंत्री के आवास के नीचे शिवलिंग है और इसकी खुदाई करनी चाहिए। पूनावाला ने सवाल किया, “क्या यह किसी अन्य धर्म या विश्वास के खिलाफ कहा जा सकता था?” उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी ने हिंदू देवताओं का अपमान कर वोट बैंक की राजनीति की है।