दिल्ली : पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा ‘आईएसओ’ प्रमाणन प्रदान किया गया है। इस बारे में एक अधिकारी ने जानकारी दी। मानव तस्करी, बाल श्रम और यौन शोषण की रोकथाम के उद्देश्य से वर्ष 2014 में इस इकाई का गठन किया गया था।अधिकारी के अनुसार, बीते दशक में एएचटीयू ने हजारों गुमशुदा बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाने में सफलता पाई है। साथ ही, अदालत के निर्देश पर 100 से अधिक मामलों को सुलझाते हुए 253 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।वर्ष 2024 की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए अधिकारी ने बताया कि इस अवधि में इकाई ने 227 लापता बच्चों का पता लगाया, जिनमें से 89 दिल्ली से बाहर के थे। इसके अलावा 150 से अधिक प्राथमिकियों का निपटारा किया गया और 38 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।शुक्रवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने एक कार्यक्रम में प्रमाण पत्र प्रदान किया, जहां मुक्त कराए गए बच्चों के परिवार भी उपस्थित थे।