दिल्ली : कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। सोमवार की सुबह, कुछ इलाकों में AQI 1500 से भी ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है, जो कि अत्यधिक चिंताजनक और डरावना है। प्रदूषण के कारण शहर में जहरीली धुंध की मोटी परत पसरी हुई है। इसी के मद्देनजर, दिल्ली सरकार ने अधिकारियों को प्रदूषण के नियंत्रण के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण को लागू करने का आदेश दिया है, जो रविवार से प्रभावी हो चुका है। स्विस एयर टेक्नोलॉजी कंपनी, IQAir की रिपोर्ट के अनुसार, सभी मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI 1300 से 1600 के बीच था, जो ‘खतरनाक’ श्रेणी में आता है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुंडका, द्वारका-सेक्टर 8 और रोहिणी में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई, जहां AQI क्रमशः 1591, 1497 और 1427 था। यह आंकड़े सरकारी और निजी सेंसर के आधार पर एकत्र किए गए हैं। इसी बीच, समीर ऐप, जो कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी किए गए राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक का रियल-टाइम डेटा देता है, ने दिल्ली का समग्र AQI 485 मापा। अधिकतर क्षेत्रों में AQI 470 से 500 के बीच था, जिसे CPCB ‘गंभीर से भी अधिक’ श्रेणी में मानता है।