दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को फिर से हल्की धुंध देखी गई, जो दर्शाता है कि वायु की गुणवत्ता गिर रही है। शहर के विभिन्न हिस्सों में वायु गुणवत्ता स्तर काफी चिंताजनक है, जहां कई क्षेत्रों में यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पाया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह 7 बजे एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 300 से अधिक दर्ज किया गया। आनंद विहार में एक्यूआई 317 तक पहुंच गया, जबकि आया नगर में 312 दर्ज हुआ, जो दोनों ही ‘बहुत खराब’ स्थिति में आते हैं। वहीं, जहांगीरपुरी में एक्यूआई 308 तक रहा। इसके विपरीत, चांदनी चौक में एक्यूआई 191 रहा, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।दिल्ली भाजपा ने सोमवार को पंजाब में पराली जलाने की 108 घटनाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रदूषण का मुख्य कारण इन्हीं घटनाओं में से एक है। पार्टी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ कपूरथला हाउस पर विरोध प्रदर्शन किया और उनसे मुलाकात की मांग की। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि 26 अक्टूबर को पंजाब में पराली जलाने के 108 मामले सामने आए, जबकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में क्रमशः 16 और 11 घटनाएं दर्ज की गईं। उनका कहना है कि इसके बावजूद दिल्ली सरकार अक्सर इन दोनों राज्यों पर दोष मढ़ती है।सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है, और यह दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानियों में से एक मानी जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब और दिल्ली की सरकारें वाकई में वायु प्रदूषण को लेकर गंभीर होतीं, तो वे इसका समाधान निकालने के प्रयास में चर्चा के लिए तैयार होतीं। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने आरोप लगाया कि सत्ता में आने से पहले आम आदमी पार्टी ने पराली जलाने को रोकने के लिए कई वादे किए थे, लेकिन अब चर्चा करने तक से कतरा रही है।