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भरत गोगावले ने कहा, “छगन भुजबल को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल से बाहर रखना राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का आंतरिक मामला है।”

महाराष्ट्र : ई.जी.एस. मंत्री और शिवसेना नेता भरत गोगावले ने रविवार को कहा कि छगन भुजबल को मंत्रिमंडल से बाहर रखना महायुति का नहीं, बल्कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का आंतरिक मामला है। गोगावले ने बताया कि जैसे शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने मंत्रियों के चयन को लेकर निर्णय लिया था, वैसे ही राकांपा ने भी अपना निर्णय लिया था। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘इस पर कोई और टिप्पणी नहीं की जा सकती। भुजबल को मंत्रिपरिषद से बाहर रखना राकांपा का फैसला था, महायुति गठबंधन का नहीं।’’ भुजबल ने राकांपा अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर आरोप लगाया कि भाजपा-समर्थित सरकार के विस्तारित मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल नहीं किया गया। राकांपा नेता का यह भी कहना था कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करने का समर्थन किया था।

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