झारखंड : प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य में जल जीवन मिशन योजना के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर और उनके सहयोगियों से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी की। प्रवर्तन निदेशालय की आठ सदस्यीय टीम ने राज्य के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा उपमंडल में ठाकुर के घर पर छापेमारी की। एजेंसी ने ठाकुर के सहयोगी माने जाने वाले व्यवसायी वेंदांत खिरवाल के घर पर भी छापेमारी की।सूत्रों के अनुसार, आईएएस अधिकारी मनीष रंजन, पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के निजी कर्मचारी और कुछ सरकारी अधिकारियों से जुड़े परिसरों की भी संघीय जांच एजेंसी ने तलाशी ली। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला जल जीवन मिशन में कथित अनियमितताओं की जांच से जुड़ा है। केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन (जेजेएम) का लक्ष्य घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है।
राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव की घोषणा होने की उम्मीद है। इससे पहले, संघीय जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम को भी गिरफ्तार किया था। ईडी ने आलम के नौकर संजीज लाल के परिसरों पर भी छापेमारी की और 34.23 करोड़ रुपये की अनुमानित बेहिसाबी नकदी बरामद की।