झारखंड : में इस साल विधानसभा के चुनाव होने है। इसको लेकर भाजपा ने बड़ी रणनीति बना ली है। भाजपा इस चुनाव में अपने सहयोगियों को साथ लेकर चलना चाहती है। यही कारण है कि भाजपा ने अपने सहयोगियों से कहा है कि झारखंड में सीट वितरण को एक सप्ताह के भीतर अंतिम रूप दिया जाएगा। विधानसभा चुनावों के लिए एनडीए सहयोगियों के बीच फिलहाल विचार-विमर्श चल रहा है। भाजपा ने जनता दल (यू) और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू) के साथ गठबंधन पर बातचीत की है।आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने पिछले महीने दो बार दिल्ली का दौरा किया और भाजपा के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। सूत्रों ने कहा कि महतो 13 सीटों की मांग कर रहे हैं जबकि भाजपा अभी भी संख्या को घटाकर आठ या नौ करने पर बातचीत कर रही है। बीजेपी आजसू के अलावा जेडीयू को भी सीटें देने को तैयार है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा जमशेदपुर पूर्वी और तमाड़ विधानसभा सीटें जदयू को देने पर विचार कर रही है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान की भी नजर एक सीट पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया रैली के बाद भाजपा ने अपना ध्यान सीटों के समझौते पर केंद्रित कर दिया है। इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर एक अहम राजनीतिक बयान दिया था। सरमा ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग चुनाव की तारीख तय करेगा, वहीं भाजपा चुनावी लड़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार है। सरमा ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और उसने पहले ही ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू) और जनता दल (यूनाइटेड) जैसे क्षेत्रीय दलों के साथ रणनीतिक चर्चा शुरू कर दी है।हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि चुनाव में जनता दल (यू) और आजसू पार्टी के साथ गठबंधन होगा। सीटों का बंटवारा लगभग फाइनल हो चुका है। हिमंत बिस्वा सरमा ने यह भी कहा कि 1-2 सीटों पर चर्चा बाकी है। पितृ पक्ष खत्म होने के बाद हम गठबंधन की घोषणा करेंगे। जनता दल (यूनाइटेड) और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू) की राज्य में भूमिका महत्वपूर्ण है। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग चुनाव की तारीख तय करेगा, वहीं भाजपा चुनावी लड़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार है। यहां बता दें कि इन गठबंधनों का लक्ष्य झारखंड में बीजेपी की स्थिति को मजबूत करना है।