दिल्ली : बीजेपी सांसद योगेन्द्र चंदोलिया का मानना है कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में भले ही उनकी सरकार चुनी गई हो, लेकिन यह लगातार आरोप लग रहे हैं कि सरकार रिमोट कंट्रोल से संचालित की जा रही है और मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास संपूर्ण अधिकार नहीं हैं। चंदोलिया ने यह भी स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी के आंतरिक मामलों से भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने भी कहा कि पंजाब में हालात सामान्य नहीं दिख रहे हैं, खासतौर पर दिल्ली चुनाव में हार के बाद से केजरीवाल को पार्टी के भीतर विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि एक बैठक में 94 विधायकों को बुलाया गया था, लेकिन चार विधायक इसमें शामिल नहीं हुए। इनमें से एक विधायक ने तो सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री भगवंत मान को उनके पद से हटाने की मांग कर दी।इससे पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कांग्रेस के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई में असंतोष बढ़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पूरी तरह से समर्पित हैं। उनकी यह प्रतिक्रिया उस समय आई जब केजरीवाल ने दिल्ली के कपूरथला हाउस में पंजाब के मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक की।बैठक के बाद मान ने बताया कि केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव प्रचार में योगदान देने के लिए पंजाब के मंत्रियों और विधायकों को धन्यवाद दिया। इस बीच, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने हाल ही में दावा किया कि आम आदमी पार्टी के 30 से अधिक विधायक उनके संपर्क में हैं और पार्टी बदल सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन विधायकों को अब यह अहसास हो रहा है कि आप में बने रहना उनके राजनीतिक भविष्य के लिए फायदेमंद नहीं होगा।