हरियाणा : विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करने के बाद उसके नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने बुधवार को कहा कि पार्टी को दक्षिणी हरियाणा क्षेत्र में अपनी विफलता का आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा कि जब चुनाव होते हैं तो जीतना ही सबसे बड़ा लक्ष्य होता है और उस वक्त अगर सीएम पद की खींचतान मीडिया में आती है तो ये पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है। पहले जनादेश लीजिए और जनादेश के बाद आप दावा कीजिए कि सीएम कौन बनेगा और ये कोई अकेले तय नहीं कर सकता, ये विधायक तय करते हैं।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि कई मुद्दे हैं। मसला ईवीएम का भी है, हमने देखा कि कई जगहों पर 12 घंटे तक चलने के बाद भी जब मशीन को गिनती के लिए वापस लाया गया तो उसकी बैटरी 99 फीसदी थी। दूसरे, मम्मन खान (कांग्रेस विधायक) द्वारा दिया गया बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज तक हमारे पास जिला अध्यक्ष या ब्लॉक अध्यक्ष नहीं है। इसलिए यह आत्मनिरीक्षण का विषय है कि हमें यह देखना चाहिए कि हम पार्टी संगठन को कैसे मजबूत कर सकते हैं, हमारी सबसे बड़ी कमजोरी यह थी कि हमारे पास संगठन नहीं था।
एआईसीसी ओबीसी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय सिंह यादव ने दावा किया कि ओबीसी चेयरमैन का जो पद मुझे दिया गया है वह ‘झुनझुना’ है। यह आंखों में धूल झोंकने वाला है। उन्होंने कहा कि दक्षिण हरियाणा के 4 जिलों – गुड़गांव, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और फरीदाबाद का सीडब्ल्यूसी, सीईसी और एचपीसीसी में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। इसलिए इन क्षेत्रों की अनदेखी पार्टी के लिए बहुत घातक साबित हुई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के बावजूद पार्टी द्वारा लगाए गए बड़े-बड़े पोस्टरों से मेरी तस्वीर गायब थी, तो इससे जनता में क्या संदेश जाता है?