महाराष्ट्र : कांग्रेस आगामी चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल के खिलाफ राज्यभर में हस्ताक्षर अभियान चलाने की योजना बना रही है। पार्टी ने पारंपरिक कागजी मतपत्र प्रणाली की वापसी का समर्थन किया है, यह दावा करते हुए कि ईवीएम की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर संदेह है। कांग्रेस का मानना है कि कागजी मतपत्रों पर लौटने से चुनावी प्रक्रिया में विश्वास पुनः स्थापित होगा। अभियान का उद्देश्य जनता से इस मांग के लिए समर्थन जुटाना है। इसमें रैलियों और कार्यक्रमों के माध्यम से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में मतदाताओं के विश्वास पर जोर दिया जाएगा। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अभियान के लिए आगे की योजना और रणनीति जल्द ही साझा की जाएगी। इससे पहले, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह टिप्पणी की थी कि कमजोर वर्गों के वोट प्रभावी तरीके से नहीं गिने जा रहे हैं, और इसलिए कागजी मतपत्रों के जरिए मतदान का समर्थन किया था। उन्होंने इसे लेकर एक बड़ा आंदोलन शुरू करने की आवश्यकता की बात की थी, जैसे राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ हुई थी। खड़गे ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जाति जनगणना से डरते हैं क्योंकि इससे विभिन्न वर्ग अपने अधिकारों की मांग करेंगे।