दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तापमान लगातार गिरता जा रहा है, जिससे आम लोग ठंड से कांपने को मजबूर हो गए हैं। इसी के साथ वायु प्रदूषण की स्थिति में भी सुधार नहीं हो रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार खराब होता जा रहा है, जिससे लोगों के लिए सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शीतलहर के चलते दिल्ली की हवा की गुणवत्ता और बिगड़ गई है और यह “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच चुकी है। सोमवार को सुबह 5:30 बजे दिल्ली का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रविवार के 6 डिग्री सेल्सियस से कम है।सोमवार सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 345 तक पहुंच गया, जबकि रविवार को यह 246 था। अलीपुर, आनंद विहार, बवाना और बुराड़ी क्रॉसिंग जैसे इलाकों में एक्यूआई 350 से 397 के बीच रहा, जो “खतरनाक” वायु गुणवत्ता को दर्शाता है। वहीं, द्वारका सेक्टर 8, नेहरू नगर और रोहिणी में एक्यूआई का स्तर 370 से ऊपर दर्ज किया गया, जिससे हवा “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गई।सीपीसीबी के मापदंडों के अनुसार, 0-50 के बीच AQI को “अच्छा”, 51-100 को “संतोषजनक”, 101-200 को “मध्यम”, 201-300 को “खराब”, 301-400 को “बहुत खराब” और 401-500 के बीच AQI को “गंभीर” श्रेणी में रखा जाता है।ठंड बढ़ने के साथ ही कई लोग रैन बसेरों की ओर रुख कर रहे हैं। सराय काले खां जैसे इलाकों में लोग मोटे कंबलों में लिपटकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं। रैन बसेरों के संचालक विक्की कनौजिया ने बताया कि यहां उन लोगों को आश्रय दिया जाता है, जिनके पास ठहरने की कोई जगह नहीं होती, खासतौर पर अस्पताल से लौट रहे मरीजों को।उन्होंने कहा, “हम जरूरतमंदों को दवा, एंबुलेंस सेवा और दो वक्त का खाना उपलब्ध कराते हैं।” श्याम नामक एक मरीज, जो दुर्घटना में घायल हुए थे, ने बताया कि उन्हें यहां इलाज, भोजन और दवाइयों की सुविधाएं मिल रही हैं।वहीं, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भी तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जहां लोग ठंड से बचने के लिए अलाव के सहारे गर्मी ले रहे हैं।