दिल्ली : चुनाव आयोग ने मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) सहित अन्य राजनीतिक दलों द्वारा चुनावी गड़बड़ियों के आरोपों को नकारते हुए कहा कि इन आरोपों का कोई आधार नहीं है। आयोग ने स्पष्ट किया कि चुनावी प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और राजनीतिक दलों के साथ घनिष्ठ समन्वय के साथ चलती है, जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी असंभव है। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि यह उनके मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में अंतिम प्रेस कॉन्फ्रेंस है।राजीव कुमार ने कहा कि राजनीतिक दलों द्वारा उठाए गए कुछ सवालों के संबंध में आरोप लगाए गए थे, जिनमें कहा गया था कि मतदाता सूची में गड़बड़ी की गई है, नाम गलत तरीके से जोड़े या हटाए गए हैं, और कुछ समुदायों को निशाना बनाकर उनके नाम हटाए गए हैं। इसके अलावा, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के साथ छेड़छाड़ के आरोपों का भी उन्होंने खंडन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय मतदाता बहुत जागरूक हैं और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कई चरणों में मतदाता सूची की जांच की जाती है। कोई भी विलोपन बिना उचित दस्तावेज़ के नहीं किया जा सकता।ईवीएम के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसी कोई संभावना नहीं है कि ईवीएम में कोई छेड़छाड़ हो सके, क्योंकि इसमें किसी भी प्रकार की बग या वायरस लाने का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय न्यायालय, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय भी ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सकारात्मक रुख रखते हैं, और उनके फैसलों में इस पर लगातार भरोसा जताया गया है।राजीव कुमार ने कहा कि मतदान प्रतिशत में कोई बदलाव करना असंभव है और गिनती के पहले सभी फॉर्म 17सी का मिलान किया जाता है, जो प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और समझने योग्य है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत जल्द ही 100 करोड़ मतदाताओं वाला देश बनने जा रहा है, क्योंकि अब तक मतदाता संख्या 99 करोड़ को पार कर चुकी है।