हरियाणा : मशरूम की खेती करके अच्छा मुनाफ़ा कमाया जा सकता है. मशरूम की खेती के लिए ज़्यादा जगह की ज़रूरत नहीं होती और कम लागत में भी काफ़ी मुनाफ़ा मिलता है. मशरूम की खेती से जुड़ी कुछ खास बातें.मशरूम की खेती के लिए, गेहूं या धान के भूसे में कंपोस्ट मिलाकर खाद तैयार करनी होती है. मशरूम की खेती के लिए, ठंडी, अंधेरी, और हवादार जगह चुननी चाहिए. मशरूम को सूरज की सीधी रोशनी में नहीं उगाना चाहिए. मशरूम की खेती के लिए, कमरे में 6-8 इंच मोटी परत बिछाकर मशरूम के बीज लगाने होते हैं. बीज डालने के 15 दिनों बाद तक शेड में हवा नहीं लगनी चाहिए. मशरूम की खेती के लिए, अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अच्छा माना जाता है. मशरूम की खेती से जुड़े कुछ मुनाफ़े की बातें.बटन मशरूम की खेती में, खाद के 10 किलो के थैले से कम से कम 2 किलो मशरूम उगाए जा सकते हैं. ढींगरी मशरूम की खेती में कम संसाधन और लागत लगती है. मशरूम की खेती में, सरकारी सब्सिडी की मदद भी ली जा सकती है.