महाराष्ट्र : पूर्व मंत्री तानाजी सावंत के बेटे रुशिराज सावंत के कथित अपहरण का मामला एक दिलचस्प मोड़ ले चुका है। 32 वर्षीय रुशिराज ने पुणे पुलिस को बताया कि वह अपने दो दोस्तों के साथ एक व्यावसायिक यात्रा के सिलसिले में चार्टर्ड फ्लाइट से बैंकॉक रवाना हुए थे। उन्होंने यह जानकारी अपने परिवार को इसलिए नहीं दी, क्योंकि हाल ही में दुबई यात्रा के बाद उन्हें लगा कि उनके परिवार वाले उनकी बार-बार की विदेश यात्राओं को लेकर नाखुश हो सकते हैं।पुलिस के अनुसार, इस चार्टर्ड फ्लाइट की बुकिंग 78 लाख रुपये में की गई थी, लेकिन बीच रास्ते में इसे रोक दिया गया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निर्देश पर, यात्रियों को बिना जानकारी दिए विमान को वापस पुणे ले जाया गया। सोमवार को इस घटना को लेकर काफी हलचल मच गई, जब पता चला कि रुशिराज बैंकॉक जाने के लिए फ्लाइट में सवार थे, लेकिन विमान का रूट बदलकर पुणे कर दिया गया था।एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जब यह विमान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर के ऊपर उड़ान भर रहा था, तभी नागरिक उड्डयन विभाग के आदेश पर इसे पुणे लौटने के लिए कहा गया। पूछताछ के दौरान रुशिराज ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी बैंकॉक यात्रा को गुप्त रखने का फैसला किया था, क्योंकि उन्हें परिवार के विरोध की आशंका थी।जैसे ही पुणे पुलिस ने जांच शुरू की, यह स्पष्ट हो गया कि रुशिराज अपने दो दोस्तों के साथ बैंकॉक के लिए एक चार्टर्ड फ्लाइट में सवार हुए थे। इस बीच, तानाजी सावंत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जब परिवार को पता चला कि उन्होंने बिना बताए उड़ान भरी है, तो सभी चिंतित हो गए। उन्होंने कहा कि आमतौर पर रुशिराज अपनी यात्राओं की जानकारी अपने पिता या बड़े भाई गिरिराज को देते हैं।रात में जब चार्टर्ड फ्लाइट पुणे लौट आई, तब जाकर इस पूरे घटनाक्रम का पटाक्षेप हुआ। इसके बाद पुलिस ने रुशिराज का बयान दर्ज किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रुशिराज ने अपने बयान में स्वीकार किया कि उनकी यात्रा व्यावसायिक उद्देश्य से थी और उनके साथ दो दोस्त भी थे। जब उनसे उनके व्यापारिक उद्देश्यों के बारे में पूछा गया, तो अधिकारी ने बताया कि इस पहलू पर अभी स्पष्टता नहीं है।
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