महाराष्ट्र : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को विधान भवन में भीड़ प्रबंधन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि परिसर को ‘बाजार’ के रूप में नहीं बदलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि यदि विधान भवन में भीड़ रहेगी तो सदन का संचालन सही तरीके से नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जो मैं कहने जा रहा हूं, उससे कुछ विधायकों को ठेस पहुंच सकती है, लेकिन हमें विधान भवन परिसर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। मैं इस शब्द का उपयोग नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे स्थिति को समझाने के लिए इससे बेहतर कोई शब्द नहीं मिल रहा है। यह परिसर ‘बाजार’ नहीं बनना चाहिए।’’ मुख्यमंत्री ने हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘अगर विधान भवन में इतनी भीड़ रहेगी, तो यह सदन किस प्रकार से कार्य करेगा?’’ उन्होंने यह भी कहा कि कई निर्वाचित प्रतिनिधि अपने समर्थकों के साथ विधान भवन के अलग-अलग कक्षों में जाते हैं, लेकिन कभी-कभी इन कक्षों में अत्यधिक लोग जमा हो जाते हैं, जिससे अन्य किसी को अंदर जाने में परेशानी होती है। फडणवीस ने विधानसभा में राजनीतिक संवाद की कमी पर भी अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा में संवाद की कमी महसूस हो रही है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि संवाद पूरी तरह से बंद हो गया है, लेकिन इसमें कमी जरूर आई है। हमें इस पर काम करने की आवश्यकता है।’’