उत्तर प्रदेश : लखनऊ 2024 का आखिरी दिन आपके लिए खुशियों से भरा हो और आप नए साल 2025 का स्वागत सुरक्षित और सकारात्मक तरीके से कर सकें, इसके लिए आपको खासकर युवाओं को अपनी आदतों और व्यवहार पर नियंत्रण रखना होगा। नव वर्ष का स्वागत उल्लास और उत्सव के बजाय, अपने पूरे वर्ष के लिए एक ठोस योजना बनाकर करें कि किस प्रकार आपको आगे बढ़ना है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना है। अगर आप अपने व्यवहार में अनियंत्रित होते हैं और दूसरों के लिए परेशानी का कारण बनते हैं, तो उत्तर प्रदेश पुलिस आपके लिए एक गंभीर चेतावनी बन सकती है। पुलिस का कर्तव्य न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना है, बल्कि प्रदेश की 24 करोड़ जनता की सुरक्षा भी सुनिश्चित करना है। इस कारण से, नव वर्ष की पूर्व संध्या पर होने वाले आयोजनों में हंगामा करने वालों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। इस उद्देश्य के लिए प्रदेश भर में संवेदनशील स्थानों की पहचान कर ली गई है। इन स्थानों पर डिप्टी एसपी और एएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहेगा। खासकर शराब पीकर गाड़ी चलाने और हुड़दंग करने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने प्रदेश के सभी पुलिस कमिश्नरों, एसपी, डीआईजी और आईजी को निर्देश दिया है कि जिलों में उन स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए, जहां नव वर्ष के कार्यक्रम होते हैं, जैसे होटल, क्लब और अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थल। इसके अलावा, 31 दिसंबर को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी और महिला पुलिसकर्मियों की उचित संख्या में ड्यूटी लगाई जाएगी।डीजीपी ने 112 पुलिस सेवा को यह निर्देश भी दिया है कि नए साल के अवसर पर अक्सर युवक सड़कों पर तेज गति से बाइक और कार चलाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही, ब्रेथ एनालाइजर से जांच की जाएगी और प्रमुख बाजारों और सीमावर्ती स्थानों पर निगरानी रखी जाएगी।डीजीपी ने यह भी बताया कि नव वर्ष के दौरान धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसलिये इन स्थानों पर ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा बल की पर्याप्त तैनाती की जाएगी। प्रमुख मंदिरों पर ड्रोन के माध्यम से निगरानी भी की जाएगी और सीसीटीवी कैमरों की कार्यप्रणाली की जांच की जाएगी। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक पोस्ट या अफवाह की स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जाएगी।