दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुधवार को कहा कि उत्तरी सीमा पर स्थिति संवेदनशील तो है, लेकिन स्थिर बनी हुई है, और सेना किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार और सक्षम है। 77वें सेना दिवस समारोह में अपने संबोधन में उन्होंने यह भी बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम लागू है, लेकिन ‘‘घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उत्तरी सीमा पर स्थिति संवेदनशील जरूर है, लेकिन स्थिर बनी हुई है। हमारी सेना किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरी सीमा पर अत्याधुनिक उपकरणों और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सेना प्रमुख ने जोर देते हुए कहा, ‘‘हम भारतीय सेना को एक आधुनिक, चुस्त, हर परिस्थिति के लिए अनुकूल, और प्रौद्योगिकी से सुसज्जित बल बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेंगे।’’जनरल द्विवेदी ने यह भी बताया कि पुणे में आयोजित 77वीं सेना दिवस परेड का ऐतिहासिक महत्व है, क्योंकि पुणे हमेशा से मराठा साम्राज्य के समय से शौर्य और वीरता का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा कि पुणे में सेना दिवस समारोह इस क्षेत्र की गौरवमयी विरासत और हमारे गहरे संबंधों को दर्शाता है। यह पहली बार है जब इस समारोह का आयोजन पुणे में हुआ। सेना दिवस परेड (एडीपी) बॉम्बे इंजीनियर्स ग्रुप (बीईजी) एंड सेंटर में हुई, जो सेना की दक्षिणी कमान के अंतर्गत आता है।