हेल्थ : गमले में पौधा लगाने के बाद ऊपर से थोड़ा पानी डालकर घूप वाली जगह पर रख दें. आंवले के पौधे में रोज पानी डालें,सबसे पहले किसी नजदीकी नर्सरी से आंवले का पौधा खरीद लें. वैसे तो बीज से भी आंवले का पौधा लगाया जा सकता है, लेकिन उसमें फल आने में काफी वक्त लगता है. उसके बाद एक बड़े साइज के गमले में काली मिट्टी, बालू रेत और गोबर की खाद मिक्स करके भर दें. गमले में आंवले का पौधा लगाने के बाद उसे किसी ऐसी जगह रखें, जहां अच्छी धूप आती हो,आंवले का कलमी पौधा रोपण से तीसरे वर्ष तथा बीजू पौधा 6-8 वर्ष बाद फल देना प्रारंभ कर देता है। कलमी पौधा 10-12 वर्ष बाद पूरी तरह फल देने लगता है। पौधे की अच्छी तरह से देखभाल करने पर यह लंबे समय फल देता रहता है।
वास्तु शास्त्र में आंवले के पेड़ को बहुत-ही शुभ माना जाता है। घर में आंवले का पेड़ लगाने और नियमित रूप से जल चढ़ाने से साधक के परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा का भी नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।सिंचाई आँवले का पौधा काफी सहिष्णु होता है। अत: इसको सिंचाई की कम आवश्यकता पड़ती है। एक पूर्ण विकसित आँवले के बाग़ में ज्यादातर सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है।सबसे पहले अच्छी क्वालिटी का पौधा और गमला नर्सरी से खरीद कर लाएं. इसके बाद गमले में काली मिट्टी, बालू, रेत, और गोबर की खाद मिलाकर भर दें. गमले में पौधा लगाने के बाद ऊपर से थोड़ा पानी डालकर घूप वाली जगह पर रख दें. आंवले के पौधे में रोज पानी डालें|