हरियाणा : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राज्य में बेमौसम बारिश और नहर टूटने के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि वह तुरंत विशेष गिरदावरी (राजस्व मूल्यांकन) कराए, ताकि किसानों को शीघ्र मुआवजा मिल सके। हुड्डा ने बताया कि कई गांवों के किसान उनके पास आए हैं, जिनकी फसलों को नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत गंभीर है, और उनकी जान को खतरा है। हुड्डा ने कहा, “सरकार को तुरंत अपनी कठोर नीति छोड़कर संवाद शुरू करना चाहिए और इस गंभीर मुद्दे का जल्दी समाधान निकालना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की मांगें उचित हैं और वे कोई नई मांग नहीं कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र ने पहले ही उनकी मांगों को सैद्धांतिक तौर पर स्वीकार कर लिया है और सरकार ने स्वयं एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का वादा किया था।हरियाणा में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर टिप्पणी करते हुए हुड्डा ने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो चुकी है। उन्होंने कहा, “जब तक कानून-व्यवस्था में सुधार नहीं होगा, राज्य का विकास नहीं हो सकता। बेरोजगारी और खराब कानून-व्यवस्था के कारण नशे की लत की समस्या पूरे राज्य में फैल गई है। हरियाणा में पंजाब से भी ज्यादा युवाओं की नशे से मौत की खबरें आई हैं।”पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मनोहर लाल खुद “एक्सीडेंटल सीएम” थे। हुड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की कोई खास उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा, “भा.ज.पा. के 10 साल के शासन में हरियाणा की प्रति व्यक्ति आय, निवेश और रोजगार की स्थिति सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है।”