झारखंड : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा है कि पार्टी समाज में विभाजन को बढ़ावा देती है और हाशिए पर पड़े समुदायों के समर्थन में विफल रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की टिप्पणियों का जवाब देते हुए सोरेन ने भाजपा नेताओं से सीमा सुरक्षा और बांग्लादेश से संभावित घुसपैठ के संबंध में प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी पर सवाल उठाने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव पैदा कर रही है और भाईचारे में दरार डालने का काम कर रही है। उन्होंने भाजपा नेताओं से सवाल किया कि जब उनके नेता सत्ता में नहीं थे, तो वे किस सिद्धांत के आधार पर शासन चलाते थे। उन्होंने यह भी कहा कि संविधान का पालन होना चाहिए और बांग्लादेश से घुसपैठ के मामले में दंगों के लिए कौन जिम्मेदार है, इस पर विचार करना चाहिए।सोरेन ने यह भी बताया कि जब बांग्लादेश का जिक्र होता है, तो यह जानना जरूरी है कि सीमा का नियंत्रण किसके हाथ में है—यह केंद्र सरकार, बीएसएफ या राज्य सरकार है। उन्होंने सवाल उठाया कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री को किस परिस्थिति में आने की अनुमति मिलती है और किस प्रकार की सरकार इसकी अनुमति देती है। इसके अलावा, उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके पास किसानों, मजदूरों, गरीबों, बुजुर्गों, छात्रों और महिलाओं की सहायता के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन अपने अरबपति मित्रों का कर्ज माफ करने के लिए पर्याप्त धन है।