बिहार : पूर्व मोकामा विधायक अनंत सिंह को उस समय बड़ी मुश्किल से बचाया गया जब उनके प्रतिद्वंद्वी सोनू-मोनू गिरोह के सदस्यों ने मोकामा के नौरंगा-जलालपुर गांव में उन पर हमला कर दिया। यह घटना बुधवार को हुई जब सिंह नौरंगा जलालपुर गांव का दौरा कर रहे थे। फायरिंग के दौरान करीब 70 राउंड गोलियां चलाई गईं। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया और पुलिस ने पूरे क्षेत्र को छावनी में बदल दिया। बाढ़ डीएसपी मौके पर कैंप कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक, सिंह गांव में एक दबंग द्वारा घर में ताला लगाए जाने की घटना की जांच करने पहुंचे थे। जब वे वहां थे, तो उन पर हमला किया गया। पुलिस ने मौके से तीन कारतूस और तीन खोखा भी बरामद किया है। डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि हमला करने वाले सोनू-मोनू के लोग थे। सिंह ने दावा किया कि उनके समर्थकों पर हमले का कारण बकाया भुगतान से जुड़ा विवाद था, जिसके बाद उन्होंने जवाबी गोलीबारी की।सिंह ने मीडिया से बात करते हुए सोनू-मोनू को अपहरणकर्ता और चोर कहा और आरोप लगाया कि उनके पिता एक कुख्यात डकैत हैं। सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब पुलिस कार्रवाई करती तो वह परेशान नहीं होते, लेकिन पुलिस पैसे लेकर चुप रहती है और गिरोह पुलिस प्रमुख की तरह काम करता है। उनका कहना है कि यह हमलें कई महीनों से हो रहे हैं और हर बार जब वे विरोध करते हैं, तो सोनू-मोनू गिरोह सामने आकर हिंसा फैलाता है। सिंह का मानना है कि वे कानून से ऊपर समझते हैं क्योंकि पुलिस उनकी कार्रवाई पर आंखें मूंदे रहती है। अब वे इस स्थिति का विरोध करने और लोगों के साथ मिलकर इसका समाधान ढूंढने की योजना बना रहे हैं।