लखनऊ : विश्वविद्यालय में विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े छात्र नेताओं ने गृह मंत्री अमित शाह का पुतला जलाकर बाबा साहब के सम्मान की रक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। ये छात्र समाजवादी छात्र सभा, एनएसयूआई और आइसा से जुड़े थे, जो संसद में डॉ. अंबेडकर के बारे में गृह मंत्री के बयान से आहत थे। छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में गृह मंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। पुतला जलाने के बाद छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया। इस दौरान छात्रों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और गृह मंत्री के पोस्टरों पर अपनी नाराजगी जताई।नाराज छात्रों ने गृह मंत्री के बयान के बाद पुतला जलाने और विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। इसके बाद विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इसके बावजूद छात्र पुलिस से बचते हुए पुतला जलाने में सफल रहे। आइसा और समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने हनुमान सेतु के सामने स्थित गेट पर पुतला जलाया। सड़क जाम करने की कोशिश करने पर पुलिस ने सभी छात्रों को हिरासत में लिया और चेतावनी देकर छोड़ दिया। वहीं, एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा के सामने गृह मंत्री के पोस्टर पर कालिख पोती, जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह चेतावनी दी कि यदि गृह मंत्री ने सदन में बाबा साहब पर की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी, तो छात्र और उग्र प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनकारियों में छात्रसभा से प्रिंस कुमार यादव, कांची सिंह, अंकुर यादव, विपुल यादव, दीपशिखा, अनुराग यादव, अंबुज यादव, एनएसयूआई से सुधांशु राणा, क्रितेंद्र, रघुवंश, अली, आनंदी और आइसा से निखिल व अन्य छात्र शामिल थे।