असम : सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को जानकारी दी कि करीमगंज जिले में एक अवैध घुसपैठिए, एक बांग्लादेशी नागरिक, मोहम्मद आरिफ को एक सफल पुशबैक में असम पुलिस ने पकड़ लिया और सीमा पार भेज दिया। सितंबर में असम पुलिस ने आठ बच्चों समेत 17 बांग्लादेशियों को सीमा पार भेज दिया था। असम पुलिस की सराहना करते हुए, सीएम ने कथित घुसपैठियों के नाम भी बताए थे। इसमें हारुल लामिन, उमाई खुनसुम, मोहम्मद इस्माइल, संसिदा बेगम, रूफिया बेगम, फातिमा खातून, मोजुर रहमान, हबी उल्लाह, सोबिका बेगम शामिल थे।
इससे पहले सरमा ने कहा था, ”मैंने असम, झारखंड और पश्चिम बंगाल में जनसांख्यिकीय आक्रमण देखा है। जब जनगणना होगी तो पूर्वी भारत के राज्यों की जनसांख्यिकी पर चौंकाने वाली खबरें आएंगी।” उन्होंने कहा, असम में स्थिति अलग है क्योंकि लोग जनसांख्यिकीय आक्रमण के बारे में बहुत जागरूक हैं। सरमा ने कहा, “अवैध विदेशियों के खिलाफ असम आंदोलन के दौरान, लोगों ने चेतावनी दी थी कि राज्य के सामने आने वाली समस्याएं अंततः पूरे देश को प्रभावित करेंगी, और हम देख रहे हैं कि अब ऐसा हो रहा है।” उन्होंने कहा कि यदि 2024 और 2019 की मतदाता सूची की तुलना की जाए तो जनसांख्यिकीय परिवर्तन स्पष्ट होगा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि पुलिस ने बांग्लादेश के चार घुसपैठियों को गिरफ्तार कर उन्हें बांग्लादेश के अधिकारियों को सौंप दिया है। इनमें दो महिलाओं भी थीं। मुख्यमंत्री सरमा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी निगरानी रखते हुए असम पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास चार बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा और उन्हें वापस सीमा पार भेज दिया।’’