जम्मू-कश्मीर : चार महीने से सूखे का सामना कर रहे जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के किसानों को अब बारिश के आगमन से राहत मिली है। इस लंबे सूखे के कारण किसान अपनी फसलों के भविष्य को लेकर चिंतित थे, क्योंकि पानी की कमी से उनके खेत सूख चुके थे और फसलें भी मुरझा रही थीं। अब हाल की बारिश ने किसानों में नई उम्मीद का संचार किया है और फसल के बेहतर परिणाम की संभावना बढ़ा दी है।उधमपुर के डेबरा गांव के किसान संजीव कुमार ने बताया कि अगर बारिश नहीं होती तो उनकी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो जातीं। उन्होंने कहा कि बारिश के बिना सब्जी की फसलें सूखने लगी थीं, जिससे वे काफी चिंतित थे। “हम पिछले चार महीनों से बारिश का इंतजार कर रहे थे, और अब लगातार बारिश से हमें राहत मिली है,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार उन्होंने सब्जियों की खेती की थी, लेकिन बारिश न होने के कारण उनकी फसलें सूख रही थीं। अब बारिश के कारण उनकी उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं।संजीव कुमार ने कहा कि बारिश से फसलें स्वस्थ रहेंगी और अच्छा मुनाफा मिलेगा। किसानों ने बताया कि उन्होंने गोभी, बंद गोभी, मूली, शलजम, पालक, सरसों और आलू जैसी सब्जियां लगाई हैं। हालांकि, आलू की कुछ फसल कोहरे के कारण जल गई है और अन्य फसलों को भी नुकसान हुआ है। फिर भी, वे उम्मीद कर रहे हैं कि हाल की बारिश से स्थिति में सुधार होगा।उन्होंने यह भी बताया कि गेहूं की बुआई की गई है, और यह बारिश गेहूं के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि मई और जून में गेहूं की फसल तैयार होगी। किसानों का कहना है कि बारिश से वे खुश हैं और अगर यह बारिश न होती तो उनके लिए समस्याएं बढ़ सकती थीं, क्योंकि पानी की कमी एक गंभीर समस्या बन गई थी। बारिश ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है और वे भगवान का आभार व्यक्त कर रहे हैं कि इस बारिश ने उनके और बाकी किसानों के लिए राहत दी है।