क्रिकेट : भारत के अनुभवी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा कि उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में बार-बार बदलाव की मानसिक चुनौती पर काबू पा लिया है और अब वह टीम के लिए किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं। राहुल ने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने सलामी बल्लेबाज के रूप में 26 और 77 रन बनाए थे। जब उनसे रोहित शर्मा की वापसी के बाद बल्लेबाजी क्रम के बारे में पूछा गया, तो राहुल ने कहा, “मैं कहीं भी बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हूं।”राहुल, जिन्होंने अपनी टेस्ट यात्रा दस साल पहले मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए शुरू की थी, अब सलामी बल्लेबाज के रूप में भी खेल चुके हैं। उनका बल्लेबाजी क्रम टेस्ट और वनडे दोनों में कई बार बदला है, जो पहले मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण था। राहुल ने कहा, “मैंने विभिन्न स्थानों पर बल्लेबाजी की है और पहले यह मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण था, खासकर शुरुआती 20-25 गेंदों का सामना करना।”इस बल्लेबाज ने अपने 54 टेस्ट मैचों में 3000 से अधिक रन बनाए हैं और आठ शतक भी लगाए हैं, जिसमें दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक शामिल हैं। राहुल ने कहा कि अब उन्हें अपनी पारी को आगे बढ़ाने का अनुभव है, चाहे वह शीर्ष क्रम में खेल रहे हों या मध्यक्रम में। उन्होंने बताया, “अगर मैं पहले 30-40 गेंदों में सफल रहा, तो फिर बल्लेबाजी सामान्य हो जाती है, चाहे मैं किसी भी क्रम में बल्लेबाजी कर रहा हूं।”राहुल ने कहा कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलने का संकेत पहले ही मिल चुका था। उन्होंने बताया, “मुझे पहले ही बता दिया गया था कि मुझे सलामी बल्लेबाजी करने का मौका मिल सकता है, और मैंने इसके लिए अच्छी तैयारी की।”