मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इज़राइल की सराहना करते हुए कहा कि इस छोटे से देश ने तकनीकी कुशलता के मामले में असाधारण उदाहरण पेश किया है, खासकर दुश्मनों से निपटने और कृषि उत्पादन में सुधार के क्षेत्र में। यादव ने इंदौर में ‘सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज’ के छठे दीक्षांत समारोह में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इज़राइल, जो 1950 के दशक में स्वतंत्र हुआ, अपनी तकनीकी प्रगति के चलते आज भी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है।मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इज़राइल की जनसंख्या एक करोड़ से कम है, जबकि उसके आस-पास के देशों की जनसंख्या उससे कहीं अधिक है। उन्होंने सितंबर में इज़राइल द्वारा हिजबुल्ला के खिलाफ किए गए “पेजर हमलों” का उदाहरण देते हुए कहा, “हिजबुल्ला के सदस्य जानते हैं कि एक पेजर कितनी ताकतवर चीज हो सकती है।”यादव ने मध्यप्रदेश, जो भारत का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक राज्य है, और इज़राइल के बीच सोयाबीन उत्पादकता की तुलना की। उन्होंने कहा कि इज़राइल, अपनी तकनीकी दक्षता के कारण, कम बारिश वाले क्षेत्र होने के बावजूद मध्यप्रदेश से कहीं अधिक उत्पादकता हासिल करता है।इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने भारत की कोविड-19 टीकाकरण और डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने प्राचीन भारतीय ग्रंथों, जैसे रामायण और महाभारत का हवाला देते हुए कहा कि भारत हमेशा नैतिक मूल्यों पर आधारित रहा है और यहां प्रतिभाशाली और सक्षम लोगों की कोई कमी नहीं है।