उत्तर प्रदेश : मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर अमृत स्नान के लिए अखाड़ों के सदस्य बुधवार को सीमित संख्या में एकत्रित हुए। पंचायती निरंजनी अखाड़े के दिगंबर नागा बाबा चिदानंद पुरी ने अमृत स्नान के बाद एएनआई से बातचीत करते हुए कहा कि महाकुंभ में आज की भगदड़ जैसी स्थिति के कारण निरंजनी अखाड़े के सदस्य कम संख्या में पवित्र स्नान के लिए आए हैं। उन्होंने बताया, “आज एक अप्रत्याशित घटना के कारण हमारी शोभा यात्रा आयोजित नहीं की जा सकी, और अब हम कम संख्या में पवित्र डुबकी लगाने आए हैं।”प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बुधवार सुबह भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे कई लोग घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के दिन गंगा और यमुना के संगम पर पवित्र स्नान करने के लिए एकत्र हो रहे थे, जो शाही स्नान का दूसरा दिन था। एएनआई से बात करते हुए एसएसपी कुंभ मेला राजेश द्विवेदी ने कहा, “यह कोई भगदड़ नहीं थी, बल्कि बस भीड़भाड़ की वजह से कुछ श्रद्धालु घायल हुए। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है, और अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि अमृत स्नान की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और लोग आसानी से घाटों पर डुबकी लगा रहे हैं।घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया और उन्हें केंद्र की पूरी सहायता का आश्वासन दिया। वहीं, त्रिवेणी संगम पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, ताकि मौनी अमावस्या के मौके पर अखाड़ों और संतों के लिए अमृत स्नान का रास्ता सुरक्षित तरीके से तैयार किया जा सके। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए भरोसा दिलाया कि सब कुछ सामान्य है।